नई नवेली दुल्हन चलती कार से चिल्लाई मुझे बचाओ, लखनऊ पुलिस ने गाड़ी रुकवाई तो खुला बड़ा राज
लखनऊ
लखनऊ में पुलिस ने एक कार रुकवाई, तो सच्चाई से सभी हैरान रह गए।
चलती कार से एक दुल्हन चिल्लाई ‘मुझे बचा लो.. मुझे बचा लो..’ इसके बाद लखनऊ ट्रैफिक पुलिस ने तुरन्त हरकत में आई और उस महिला को कार से बाहर निकाला। उसके बाद महिला ने जो आपबीती सुनाई उसे सुनकर खुद पुलिस भी दंग रह गई।
सौतेली मां ने किया 80 हजार में सौदा
उस महिला ने बताया कि वह कुशीनगर के पगरा हाटा की रहने वाली है। उसके पिता मानसिक रूप से बीमार हैं। एक सौतेली मां है जो उसे बहुत दुख देती है। सौतेली मां ने चाचा के साथ मिलकर उसे 80 हजार रुपए में बदायूं के एक युवक को बेच दिया। उसने पीड़िता को शादी के लिए खरीदा हैं। वह सोमवार को लड़की की मां और चाचा को पैसे देकर पीड़िता को कार से अपने गांव ले जा रहा था। उसके साथ तीन और साथी भी थे।
पीड़िता ने बताया कि वह ये शादी नहीं करना चाहती है। जब उसने विरोध किया तो सौतेली मां ने उसे बहुत मारा। फिर दुल्हन के कपड़े पहनाकर और मांग में सिंदूर भरकर युवक के साथ भेज दिया। साथ ही यह धमकी दी कि रास्ते में कोई कुछ पूछे तो खुद को युवक की पत्नी बताना नहीं तो अच्छा नहीं होगा। पीड़िता ने रास्ते में भी कई बार साथ जाने से इनकार किया। लेकिन उसे कार से बाहर फेंकने की धमकी दी गई।
जब कार लखनऊ के चिनहट इलाके में देर शाम आई तो पीड़िता ने इंदिरा नहर पर खड़े पुलिसकर्मी को देखा तो हौसला बढ़ा और पुलिस को देख युवती ने शोर मचाया। बोली- मुझे बचा लो। इसके बाद लखनऊ ट्रैफिक पुलिस ने तत्परता दिखाई अपनी गाड़ी दौड़ाकर उस कार को रोक लिया। तो आरोपी ने पीड़िता को अपनी पत्नी बताया। लेकिन युवती ने रोते बिलखते सारी सच्चाई पुलिस को बता दी।
पुलिस ने पीड़िता की शिकायत पर चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। डीसीपी प्राची सिंह ने आरोपियों के नाम बदांयू के करण गौतम, उसकी मां आशा गौतम, ओम पाल और दातागंज निवासी पंचू राम शर्मा बताए। एडीसीपी सै.अली अब्बास के मुताबिक आरोपी करण और उसकी मां रविवार को पीड़िता को लेने आए थे। उन्होंने कुशीनगर में विरोध करने पर युवती की पिटाई भी की थी।