अमीनाबाद में अतिक्रमण व ई रिक्शा बनते हैं जाम का कारण। पुलिस लगातार कर रही है रात्रि गश्त बढ़ाई चौकसी।
अमीनाबाद में अतिक्रमण व ई रिक्शा बनते हैं जाम का कारण।
पुलिस लगातार कर रही है रात्रि गश्त बढ़ाई चौकसी।
लखनऊ
कमिश्नरेट थाना अमीनाबाद के थाना इंचार्ज सुनील कुमार आजाद रहना शंखवार, सुरसुरी शुक्ला, मनोज यादव, महिला कांन्स्टेबल, मौलवीगंज चौकी प्रभारी सुरेन्द्र कुमार, नजीराबाद चौकी प्रभारी धीरज कुमार निगम और थाने की पुलिस टीम प्रतिदिन अमीनाबाद की मार्केटो की पैदल गश्त कर रही हैं राजधानी लखनऊ में 20 मई को मतदान होना है जनपद में धारा 144 लगी हुई हैं। राजधानी लखनऊ के सभी थानों में सतर्कता बरतते हुए कड़ी चौकसी की जा रही हैं।
राजधानी के कुछ संवेदनशील क्षेत्र हैं उनमें अमीनाबाद थाना क्षेत्र भी है इसलिए यहां की थाना पुलिस ने सतर्कता व सक्रियता में कोई कमी नहीं छोड़ी है क्षेत्र में रात्रि पैदल गश्त तेज कर दी है और आने जाने वाले व्यक्ति पर नजर रखी जा रही हैं तथा वाहनों की चेकिंग की जा रही हैं साथ ही सड़क पर खड़े वाहन का चलान किया जा रहा हैं।
वहीं दूसरी तरफ कापी किताब बेचने वाले व कबाब पराठा बेचने वाले टुंडे कवाबी की दुकान के सामने खड़ा करवायें जाने के कारण भीषण जाम लग रहा है टुडे कवाबी के कारण इस क्षेत्र में लगातार जाम लगता है कई बार पुलिस द्वारा चेतावनी देने के बाद भी दुकानदार वाहनों को खड़ा करने कि कोई व्यवस्था नहीं कराता।
दूसरी तरफ ई रिक्शा चालकों पर भी पुलिस द्वारा दी जा रही चेतावनी का कोई असर नहीं दिखाई देता। ई रिक्शा प्रतिबंधित क्षेत्र में ई रिक्शा ले जाना नहीं बन्द कर रहे हैं। अमीनाबाद जैसी भीड़ भाड़ वाली मार्केट में सड़को पर दुकानें सजी हुई है। सड़क पर ठेले लगाकर अतिक्रमण किया जा रहा हैं नगर निगम के द्वारा तय सीमा के बाहर दुकानें लगी रहती है जैसे ही पुलिस दल गश्त पर निकलता है सब दुकानों को सीमा के अन्दर कर लिया जाता हैं। नगर निगम के अधिकारी आंखों पर पट्टी बांधे बैठे हैं नगर निगम की कोई भी टीम को सड़क पर लगी दुकानें नहीं दिखाई नहीं देती हैं। कुछ दुकानदार तो अपनी दुकान को किराए पर देकर आगे अतिक्रमण कर खुद भी दुकान लगाये हैं। नगर निगम के अधिकारियों की लापरवाही के कारण अमीनाबाद में हमेशा जाम लगा रहता है।
नगर निगम के अधिकारी एलाट की गई दुकानों की जांच नहीं करते ऐसी लापरवाही क्यों की जा रही हैं। क्या कारण है जो देखकर भी अनदेखा किया जा रहा है।