दिनाँक -: 08/05/2020,शुक्रवार*
प्रतिपदा, कृष्ण पक्ष
ज्येष्ठ
तिथि --------प्रतिपदा 13:01:11 तक
पक्ष ----------------------------कृष्ण
नक्षत्र -------विशाखा 08:36:54
योग ----------वरियान 12:54:34
करण ---------कौलव 13:01:11
शुभा$शुभ मुहूर्त🚩💮🚩*
राहू काल 10:36 - 12:16 अशुभ
यम घंटा 15:36 - 17:16 अशुभ
गुली काल 07:16 - 08:56 अशुभ
अभिजित 11:49 -12:43 शुभ
दूर मुहूर्त 08:16 - 09:09 अशुभ
दूर मुहूर्त 12:43 - 13:36 अशुभ
दिशा शूल ज्ञान-------------पश्चिम*
विशेष जानकारी 🚩💮*
* छटी उत्सव राधाबल्लभ जी वृन्दावन
* आचार्य चरण श्री बलाकृष्णशरण देवाचार्य जी 77 वॉ पुण्य तिथि
* श्री नारद जयन्ती
* रविंद नाथ टैगोर जयन्ती
* सर्वार्थ सिद्धि योग 08:37 से
* रेडकॉम दिवस
शुभ विचार 💮🚩💮*
मांसभक्षैः सुरापानैः मूर्खैश्चाऽक्षरवर्जितैः ।
पशुभि पुरुषाकारर्भाराक्रान्ताऽस्ति मेदिनी ।।
।।चा o नी o।।
यह धरती उन लोगो के भार से दबी जा रही है, जो मास खाते है, दारू पीते है, बेवकूफ है, वे सब तो आदमी होते हुए पशु ही है.
दैनिक राशिफल 🚩💮*
देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।
🐏मेष
व्यवसाय लाभदायक रहेगा। घर में मेहमानों का आगमन होगा। उन पर स्वागत-सत्कार में व्यय होगा। आत्मसम्मान बना रहेगा। विवाद को बढ़ावा न दें। कार्यवृद्धि की योजना बनेगी। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। पार्टनरों में मतभेद हो सकता है। संयम बनाए रखें।
🐂वृष
सामाजिक प्रतिष्ठा बढ़ेगी। मेहनत का फल मिलेगा। पार्टनरों से सहयोग प्राप्त होगा। कार्यसिद्धि होगी। आय में वृद्धि होगी। भाग्य का साथ मिलेगा। कोई बड़ा काम करने की हिम्मत जुटा पाएंगे। बाहर जाने की योजना बनेगी। व्यवसाय में लाभ होगा। जल्दबाजी से बचें।
👫मिथुन
शोक समाचार मिल सकता है, धैर्य रखें। पारिवारिक उलझनें बढ़ सकती हैं। किसी अपने का व्यवहार दिल को ठेस पहुंचा सकता है। दौड़धूप अधिक रहेगी। किसी बड़े निर्णय को लेने में जल्दबाजी न करें। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। लेन-देन में सावधानी रखें। धैर्य रखें। लाभ होगा।
🦀कर्क
यात्रा मनोरंजक रहेगी। रचनात्मक कार्य सफल रहेंगे। मनपसंद भोजन का आनंद प्राप्त होगा। मातहतों का सहयोग प्राप्त होगा। कारोबारी निर्णय सहज ही ले पाएंगे। किसी प्रतिष्ठित व्यक्ति का सहयोग मिलेगा। जल्दबाजी न करें। आय में वृद्धि तथा प्रसन्नता रहेगी।
🐅सिंह
संपत्ति के कार्य मनोनुकूल लाभ देंगे। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। बिगड़े काम पूर्ण सफल होंगे। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। बेरोजगारी दूर होगी। अज्ञात भय सताएगा। काम में एकाग्रता की कमी हो सकती है। पारिवारिक उठ सकती है।
🙎कन्या
जीवनसाथी से सहयोग प्राप्त होगा। कानूनी अड़चन दूर होकर स्थिति नियंत्रण में होगी। दुष्टजन परास्त होकर शांत रहेंगे। नौकरी में प्रमोशन मिल सकता है। छोटे भाइयों का सहयोग मिलेगा। धन प्राप्ति सुगम होगी। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। जोखिम न उठाएं।
⚖तुला
स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। वाहन व मशीनरी के प्रयोग में सावधानी रखें। विवाद को बढ़ावा न दें। अकारण क्रोध रहेगा। जोखिम व जमानत के का कार्य टालें। अपेक्षित कार्यों में विलंब से चिड़चिड़ापन रहेगा। व्यवसाय में ध्यान दें। लाभ होगा। जल्दबाजी से बचें।
🦂वृश्चिक
सत्संग का लाभ मिलेगा। पूजा-पाठ में मन लगेगा। तीर्थाटन का मन बनेगा। राजकीय बाधा दूर होगी। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। सौभाग्य वृद्धि होगी। यात्रा में सावधानी आवश्यक है। चिंता तथा तनाव रहेंगे। परिवार में कोई शुभ कार्य हो सकता है। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी।
🏹धनु
आर्थिक उन्नति के लिए बनाई गई योजना फलीभूत होगी। मान-सम्मान मिलेगा। नौकरी में प्रमोशन मिल सकता है। कार्यस्थल पर मनोनुकूल परिवर्तन संभव है। आय बनी रहेगी। रुके कार्य पूर्ण होंगे। मातहतों का सहयोग प्राप्त होगा। चिंता रह सकती है। जोखिम न उठाएं।
🐊मकर
व्यावसायिक यात्रा लाभदायक रहेगी। बेरोजगारी दूर करने की योजना बनेगी। प्रतिष्ठित व्यक्तियों का सहयोग मिलेगा। लेनदारी वसूल करने के प्रयास सफल रहेंगे। घर-परिवार की चिंता रहेगी। भाग्य का भरपूर साथ प्राप्त होगा। आय बनी रहेगी। विवाद से बचें।
🍯कुंभ
बनते कामों में अवरोध उत्पन्न होगा। अप्रत्याशित खर्च सामने आएंगे। क्रोध पर नियंत्रण रखें। दुष्टजन हानि पहुंचा सकते हैं। घर-परिवार की चिंता रहेगी। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। व्यवसाय मनोनुकूल चलेगा। आय बनी रहेगी। दूसरों पर भरोसा न करें। जोखिम न उठाएं।
🐟मीन
रोजगार प्राप्ति के प्रयास सफल रहेंगे। यात्रा लाभदायक रहेगी। भेंट व उपहार की प्राप्ति हो सकती है। कारोबार फायदेमंद रहेगा। घर-परिवार के किसी सदस्य के स्वास्थ्य की चिंता रहेगी। किसी के व्यवहार से हृदय को ठेस पहुंच सकती है। ऐश्वर्य के साधन प्राप्त होंगे। जोखिम व जमानत के कार्य टालें।
सुभाषितानि 🚩💮🚩*
गीता -: विश्वरूपदर्शनयोग अo-11
इहैकस्थं जगत्कृत्स्नं पश्याद्य सचराचरम् ।,
मम देहे गुडाकेश यच्चान्यद्द्रष्टमिच्छसि ॥,
हे अर्जुन! अब इस मेरे शरीर में एक जगह स्थित चराचर सहित सम्पूर्ण जगत को देख तथा और भी जो कुछ देखना चाहता हो सो देख॥,7॥, (गुडाकेश- निद्रा को जीतने वाला होने से अर्जुन का नाम 'गुडाकेश' हुआ था)