कोतवाल ने महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री के आदर्शों पर चलने का किया आह्वान
कोतवाली पिहानी में 154वीं गांधी जयंती मनाई गयी, कोतवाली का पूरा स्टाफ सम्मिलित हुआ
हरदोई
कोतवाल पिहानी सुनील दत्त कौल ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती (2 अक्टूबर) पर उन्हें स्मरण करते हुए कोतवाली परिसर में श्रद्धा सुमन अर्पित किए। ध्वजारोहण राष्ट्रगान व सलामी के साथ कार्यक्रम की शुरुआत हुई। अतिरिक्त कोतवाल इख्तियार हुसैन, कस्बा इंचार्ज रजनीश त्रिपाठी, उपरीक्षक मोहम्मद अजीम, उप निरीक्षक अनिल सिंह ,उपनिरीक्षक अशोक कुमार, उप निरीक्षक कन्हैयालाल ,शिव बाबू ,ओमवीर, राजेंद्र यादव , सुरेंद्र ,हरविंदर, नितिन तोमर, राहुल तोमर , मनुज चौहान, पवन सिंह संदीप कुमार ने लाल बहादुर शास्त्री व पूज्य महात्मा गांधी के चित्रों पर पुष्पांजलि अर्पित की।
इस मौके पर कोतवाल सुनील दत्त कौल ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का सम्पूर्ण जीवन सत्य, अहिंसा और न्याय के आदर्श का संदेश देता है। इसी प्रकार लाल बहादुर शास्त्री का जीवन ईमानदारी और शुचिता का अनुपम उदाहरण है। उन्होंने राष्ट्र की इन महान विभूतियों के जीवन से प्रेरणा लेते हुए उनके बताए आदर्श मार्ग पर चलने का आह्वान किया है।
उन्होंने कहा कि लाल बहादुर शास्त्री जयंती का भारत में बहुत महत्व है। यह उस नेता को याद करने का दिन है जिन्होंने भारतीय समाज में सकारात्मक और आवश्यक परिवर्तन लाए। उनके योगदान में शिक्षा में प्रगति और महिलाओं का सशक्तिकरण शामिल है, जो राष्ट्र के लिए उनकी प्रगतिशील दृष्टि को दर्शाता है।
क्राइम इंस्पेक्टर इख्तियार हुसैन ने कहा कि सादा जीवन, उच्च विचार', 'अहिंसा परमोधर्म' का संदेश देने वाले हमारे महान राष्ट्रपिता महात्मा गांधीजी ने सत्य के रास्ते पर चलते हुए देश को आजादी के मुकाम तक पहुंचाया और अपने लक्ष्य को पाया। कस्बा इंचार्ज रजनीश त्रिपाठी ने कहा है किदेश को आजादी का चश्मा पहनाने वाले मोहनदास करमचंद गांधी की आज 2 अक्टूबर को जयंती है। गांधी जी का जन्म सन् 1869 में गुजरात के पोरबंदर जिले के मध्यमवर्गीय परिवार में हुआ था। देश के नागरिकों के मन से डर निकालने और आजादी की लड़ाई लड़ने के लिए जागरुक करने वाले गांधी जी को राष्ट्रपिता का दर्जा हासिल है।