जनहित सरकार की प्राथमिकता, शिकायतों का निपटारा संवेदनशीलता से करें डीसी समाधान शिविरों में प्रगति रिपोर्ट समयबद्ध प्रस्तुत करें अधिकारी समाधान शिविर, सीएम विंडो एवं एसएमजीटी पोर्टल पर लंबित मामलों की मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा समीक्षा फरीदाबाद, 01 अगस्त हरियाणा सरकार के मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश के सभी जिलों के उपायुक्तों के साथ समाधान शिविर, सीएम विंडो तथा एसएमजीटी पोर्टल पर लंबित शिकायतों की स्थिति की समीक्षा हेतु बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता करते हुए मुख्यमंत्री कार्यालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने स्पष्ट निर्देश दिए कि सभी जिला उपायुक्त अपने-अपने जिलों में समाधान शिविरों, सीएम विंडो, जन-संवाद तथा एसएमजीटी पोर्टल पर प्राप्त जनशिकायतों का शीघ्र, पारदर्शी व संतोषजनक समाधान सुनिश्चित करें। अधिकारियों को यह भी निर्देशित किया गया कि सभी विभागों के प्रतिनिधि समाधान शिविरों में दर्ज शिकायतों की प्रगति रिपोर्ट नियमित रूप से प्रस्तुत करें तथा उनकी वर्तमान स्थिति से संबंधित जानकारी समयबद्ध रूप से साझा करें।वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के उपरांत उपायु...
पटाखों से नहीं किया परहेज तो शहर का गैस चैंबर बनना तय पीलीभीत शहर में प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। ऐसे में शहरवासियों को इस दीपावली काफी सावधानी बरतने की जरूरत है। विशेषज्ञों का कहना है कि पिछले साल की तरह करोड़ों रुपये की आतिशबाजी का इस्तेमाल किया गया तो शहर का गैस चैंबर बनना तय है। दिवाली खुशियां मनाने का त्योहार है, मगर पटाखों के तेज धमाकों के बीच इस त्योहार का अर्थ ही खोता जा रहा है। बुजुर्ग बताते है कि पहले दिवाली पर लोगों का ध्यान पूजन और घर को दीयों से रोशन करने पर होता था, मगर बदलते वक्त में अब लोगों का ध्यान दिवाली पर धूम धड़ाका करने पर ही रहता है। शहर में पटाखों की दुकानें सजने वाली हैं। इन दुकानों पर आतिशबाजी के शौकीनों की बस एक ही मांग रहती है कि कौन सा पटाखा ज्यादा देर तक रोशनी और धमाका करेगा। मगर शहर में बढ़ते प्रदूषण के स्तर को देखते हुए अब लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक होने की जरूरत है। विपनेट क्लब के जिला समन्वयक लक्ष्मीकांत शर्मा बताते हैं कि पिछले सप्ताह भर में शहर का वायु गुणवत्ता सूचकांक 141 से 159 पर पहुंच चुका है। पिछले साल पटाखों के दुष्परिण...