पटाखों से नहीं किया परहेज तो शहर का गैस चैंबर बनना तय
पटाखों से नहीं किया परहेज तो शहर का गैस चैंबर बनना तय पीलीभीत शहर में प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। ऐसे में शहरवासियों को इस दीपावली काफी सावधानी बरतने की जरूरत है। विशेषज्ञों का कहना है कि पिछले साल की तरह करोड़ों रुपये की आतिशबाजी का इस्तेमाल किया गया तो शहर का गैस चैंबर बनना तय है। दिवाली खुशियां मनाने का त्योहार है, मगर पटाखों के तेज धमाकों के बीच इस त्योहार का अर्थ ही खोता जा रहा है। बुजुर्ग बताते है कि पहले दिवाली पर लोगों का ध्यान पूजन और घर को दीयों से रोशन करने पर होता था, मगर बदलते वक्त में अब लोगों का ध्यान दिवाली पर धूम धड़ाका करने पर ही रहता है। शहर में पटाखों की दुकानें सजने वाली हैं। इन दुकानों पर आतिशबाजी के शौकीनों की बस एक ही मांग रहती है कि कौन सा पटाखा ज्यादा देर तक रोशनी और धमाका करेगा। मगर शहर में बढ़ते प्रदूषण के स्तर को देखते हुए अब लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक होने की जरूरत है। विपनेट क्लब के जिला समन्वयक लक्ष्मीकांत शर्मा बताते हैं कि पिछले सप्ताह भर में शहर का वायु गुणवत्ता सूचकांक 141 से 159 पर पहुंच चुका है। पिछले साल पटाखों के दुष्परिण...