सोनभद्र मे अस्पतालो की हालत खराब मरीज परेशान नही होता ईलाज
राष्ट्र नमन न्यूज़ सोनभद्र। सोनभद्र जिले के स्वास्थ्य विभाग मेंकुछ ऐसे काले खेल चल रहे हैं जानकर आप हैरान हो जाएंगे। आपको बता देंकि सुनीता पत्नी मोनू निवासी रोगी डाला की रहने वाली हैं। अगर महिला की बातों पर यकीन करें तो मामला कुछ इस प्रकार है। यह गर्भवती महिला 5 अक्टूबर 19 को जिला अस्पताल में अपना प्रसव कराने आई। 3 दिन तक इलाज करने के बाद यहां से संबंधित एनम द्वारा यह कह कर भगा दिया गया कि तुम्हारा इलाज यहां इसलिए नहीं किया जाएगा कि तुम्हारा प्रसव अभी होने मेकाफी देर है। उपरोक्त महिला यहां से चली तो गई किंतु उसके परेशानी की वजह से उसके परिजन उसके गांव के संबंधित एनम सेंटर पर फिर ले गए। जहां वहां की संबंधित एनम ने यह कह कर की तुम काफी सीरियस हो तत्काल नगर स्थित रामा हॉस्पिटल चली जाओ । उपरोक्त महिला के परिजन आनन-फानन में अपने मरीज को रामा हॉस्पिटल ले गए। वहां महिला का ऑपरेशन किया गया। किंतु उसका बच्चा मर गया। महिला के परिजनों का मानना है कि शायद जिला अस्पताल में हमारा इलाज ठीक ढंग से किया गया होता और हमें वहां से ना भगाया गया होता। तो शायद मेरा बच्चा नहीं मरा होता। दूसरी तरफ यहां स्वास्थ्य विभाग में लगे इन सेंटरों के एनम की करामात दिखे तो पता चलता है कि एनम अपने सेंटरों को दलाली का अड्डा बना रखी हैं। मरीजों को सलाह देकर प्राइवेट अस्पतालों में भेजना आखिर क्या दर्शाता है। स्वास्थ विभाग में लगे लोग ही जब इस तरह की सलाह देंगे तो आगे क्या हो सकता है। आखिर वह इनम चाहती तो एंबुलेंस के द्वारा मरीज को फिर से जिला अस्पताल भेज सकती थी ।