कोंच विकास खण्ड की ग्राम पंचायत इमलौरी के अंतर्गत आने वाले गांव ऊमरी में बना तालाब गन्दगी से परिपूर्ण है और दुर्गन्ध भी आ रही है।
ग्राम ऊमरी में बने इस तालाब के चारों ओर काफी गन्दगी है। वहीं इस तालाब में भरा हुआ पानी इतना गंदा है कि पशु पक्षी भी अगर इस पानी को पी लें तो वह बीमार होने से नहीं बचेंगे। इस तालाब में पक्षी भी पानी पीना उचित नहीं समझते है। भले ही सरकार गांव के तालाबों को साफ सुथरा और आदर्श तालाब बनाने की बात करती हो और इसके लिए एक लम्बे चौड़े बजट को भी देती हो लेकिन ऊमरी में बना तालाब अपनी दुर्दशा पर आंशू बहा रहा है। ग्राम प्रधान व सचिव को गांव में बने इस तालाब की बिल्कुल परवाह ही नहीं है। भीषण गर्मी में जहां पशु पक्षियों को अपनी प्यास बुझाने के लिए तालाब एक बहुत बड़ी जरूरत होती है वहीं इस तालाब के पानी में इतनी दुर्गन्ध व गंदगी है कि पशु पक्षी भी इस पानी को पीने से कतराते है। अब यहां सवाल यह उठता है कि आखिर प्रधान और सचिव क्यों इस तालाब की साफ सफाई नहीं करवा रहे हैं ? क्या ऐसे कारण है कि इस तालाब पर बिल्कुल ही ध्यान नहीं दिया जा रहा है। कहीं ऐसा तो नहीं कि इस तालाब की साफ सफाई सरकारी कागजों पर ही होकर रह गई हो। उच्चाधिकारियों को इस प्रकरण पर गौर करने की आवश्यकता है।