आमजन से नहीं मिले नोडल अफसर, 20 मिनट में ही निरीक्षण कर वापस लौटे
जनपद के नोडल अधिकारी आए तो जनता की समस्याओं को सुनने लेकिन बिना जनता से मिले ही अपना निरीक्षण पूरा कर लिया। गांव मिर्जापुर पहुंचे नोडल अधिकारी ने 20 मिनट में अफसरों से योजनाओं की जानकारी कर वापस लौट गए। साहब से मिलने को आतुर जनता को उनके निर्देश पर पुलिस की फटकार झेलनी पड़ी। उम्मीद लेकर आये ग्रामीणों को निराश होकर जाना पड़ा।
जनपद के नोडल अधिकारी बीआर शास्त्री बहजोई के गांव मिर्जापुर में निरीक्षण करने के लिए 2 बजकर 20 मिनट पहुंचे तो उनकी गाड़ी जैसे ही गांव के बारात घर पर रुकी तो ग्रामीण अपनी समस्याओं के समाधान के लिए साहब से गुहार लगाने को बारात घर पर जुटने लगे। गाड़ी से उतरते ही अफसरों को निर्देश दिए गये कि बारात घर में गांव का कोई व्यक्ति नहीं आएगा,केवल सरकारी अफसर ही मौजूद रहेंगे। इतना निर्देश सुनते ही रकारी अमले ने ग्रामीणों को बारात घर से हटा दिया। इसके बाद सबसे पहले नोडल अधिकारी ने कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए चल रहे कार्यों को लेकर सीएमओ जानकारी ली। वहीं सफाई के बारे में डीपीआरओ से सफाई कर्मियों की तैनाती के बारे में जानकारी। 2 बजकर 40 मिनट पर नोडल अधिकारी गांव से वापस लौट गए। इस दौरान सीडीओ उमेश कुमार त्यागी, एडीएम कमलेश कुमार अवस्थी, डीपीआरओ जावेद हुसैन, श्रम उपायुक्त बलवंत सिंह, एडीओ पंचायत राजेश चौधरी सहित आदि अफसर मौजूद रहे।
गाड़ी में बैठकर 5 मिनट में ही किया बहजोई थाने का निरीक्षण
नोडल अधिकारी बीआर शास्त्री निरीक्षण के लिए बहजोई थाने पहुंचे। जहां पर उनकी गाड़ी जैसे ही थाना बहजोई में रुकी तो कोतवाल रविंद्र प्रताप सिंह तुरंत ही उनके पास पहुंच गये। इसके बाद नोडल अधिकारी ने गाड़ी में बैठे बैठे ही कोरोना काल में हुई कार्रवाई की जानकारी ली। जिसमें कोतवाल ने बताया कि 950 लोगों के चालान किए गए हैं वहीं 50 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
बिजली आपूर्ति नहीं दिए जाने की शिकायत
नोडल अधिकारी ने ग्राम प्रधान के समस्याओं के बारे में जानकारी की तो ग्राम प्रधान ने बताया कि गांव में केवल 6 से 7 घंटे ही विद्युत आपूर्ति की जाती है। जिससे ग्रामीण परेशान है। जिस पर उन्होंने एसडीओ चंदौसी को विद्युत आपूर्ति के बारे में जानकारी की तो एसडीओ ने बताया कि लोड अधिक होने के कारण विद्युत आपूर्ति कम दी जा रही है। जिस पर उन्होंने एसडीओ से कहा कि शेड्यूल के मुताबिक ग्रामीणों को विद्युत आपूर्ति की जाए।