राजधानी में लापरवाही की सारी हद पार कर दी अस्पतालों और स्वास्थ्य विभाग ने 6 घंटे भटकने के बाद कोरोना पॉजिटिव बच्चे को भर्ती किया
कोरोना पॉजिटिव बच्चे को भर्ती करने में लगे 6 घंटे एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल भटकते रहे परिजन
एंबुलेंस चालक ने कई बार स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों और कार्यदायी संस्था GVKEMRI के अधिकारियों से बच्चे को भर्ती करने में मदद के लिए फोन किया पर किसी ने ध्यान नहीं दिया
लखनऊ
राजधानी में स्वास्थ्य विभाग और अस्पतालों की घोर लापरवाही आज देखने को मिली जब एलडीए कालोनी कानपुर रोड़ में एक 6 वर्षीय बच्चें को किडनी में कुछ परेशानी थी पर टेस्ट करने पर बच्चा कोरोना पॉजिटिव निकला जिसको डाक्टरों ने चरक हॉस्पिटल में रेफर किया पर चरक हॉस्पिटल ने भर्ती नहीं किया और बच्चें को ऐरा मेडिकल कालेज ले गये पर वहां भी बच्चे को वापस भेज दिया गया इस घटना की जानकारी 108 ड्राइवर ने GVKEMRI कार्यदायी संस्था के अधिकारियों को भी दी पर किसी ने कोई मदद नहीं की परिवार वाले एंबुलेंस से बच्चे को लेकर एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल भटकते रहे बहुत मुश्किल से लोकबंधु अस्पताल ने बच्चे को भर्ती किया। बच्चे को इलाज के लिए दोपहर 3 बजे से रात 9 बजे तक एंबुलेंस से भटकने के बाद जाकर इलाज मिला।
GVKEMRI कार्यदायी संस्था के अधिकारियों की लापरवाही के कारण एक बच्चे की जान खतरे में पड़ गई पर GVKEMRI जिम्मेदार अधिकारी कुर्सी पर बैठे रहें पर किसी ने बच्चे को अस्पताल में भर्ती कराने की कोशिश नहीं की। संवेदनहीनता की हद पार कर दी।
स्वास्थ्य विभाग और अस्पतालों के इस रवैये की घोर निंदा की जानी चाहिए और लापरवाह अधिकारीयों पर कार्रवाही होनी चाहिए। उत्तर प्रदेश सरकार को इस तरह की लापरवाही पर तुरंत कार्रवाही करनी चाहिए।।
।। बदहाल स्वास्थ्य सेवाओं के भरोसे नहीं रहें।।
।। कोरोना महामारी से बचाव के लिए जरूरी सावधानी बरतें।।