स्वास्थ्य के साथ हो रहा खिलवाड़, मिलावटखोर तैयार, विभाग मौन।
बदायूं
सहसवान त्योहारी सीजन शुरू हो चुका है। बाजारों में चहल-पहल बढ़ गई है। इसके साथ ही नकली मिठाई अन्य सामान बेचने वाले भी सक्रिय हो चुके हैं। भले ही हर तरफ सक्रियता बढ़ी हो, पर स्वास्थ्य विभाग अभी तक निष्क्रिय है। ऐसे में त्योहारी मिठाई जिलावासियों के स्वास्थ्य पर भारी पड़ सकती हैं।नवरात्र शुरू होने से दीपावली तक मिठाई, फल, फ्रूट की बिक्री खूब होती है। इसके लिए बेचने वाले पहले ही तैयार करके स्टॉक करने शुरू कर देते हैं। जो कुछ समय के बाद खराब होनी शुरू हो जाती है और इसका सीधा असर स्वास्थ्य पर होता है। सैंपलिंग को लेकर विभाग कतई गंभीर नहीं दिख रहा। हर बार स्वास्थ्य विभाग द्वारा सैंपल तब लिए जाते हैं जब मार्केट में बनी मिठाई लोगों के घरों तक पहुंच जाती है। ऐसे में लोगों को अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक होने की जरूरत है। साथ ही विभाग को भी छापेमारी करनी होगी। विभाग द्वारा स्टाफ की कमी को आगे किया जा रहा है। फूड इंस्पेक्टर पर भी ज्यादा कर बदायूं घर में रहते हैं महीनों में दो दिन ही आते हैं। इनमें भी कभी कोर्ट केस तो कभी रिकॉर्ड के चक्कर में उलझे रहते हैं।
बदायूं सहसवान में धडल्ले से कई दिन पुरानी मिठाइयां बिक रही हैं । जगह जगह मिठाइयों के बड़े - बड़े स्टाल सजे हैं जहां मिलने वाली मिठाईयां कई कई दिन पहले बनी हुई है जो स्वास्य के लिए न सिर्फ हानिकारक है बल्कि मानकों के बिरूद्ध है । महज चंद पैसों के लालच में कुछ लोग इस हरकत को अंजाम दे रहे हैं और जिम्मेदार आंख मूंद कर बैठे हैं जिससे ऐसे लोगों को ओर बढ़ावा मिल रहा है । ऐसे में जहन में आता है कि सब मालूम होने के बाद भी जिम्मेदार हाथ पर हाथ रखे बैठे हैं इससे उनकी कार्य शैली पर प्रश्न चिन्ह लगता नजर आ रहा है ।