*खालसा हेल्प इंटरनेशनल की मदद से गरीब महिला ने दिया बच्चे को जन्म*
*गाजियाबाद से कपिल शर्मा*
अपने ऑक्सीजन लंगर के माध्यम से COVID के दौरान हजारों लोगों की जान बचाने के लिए जाने जाने वाले खालसा हेल्प इंटरनेशनल की मेडिकल टीम के लिए खुशी का दिन। उनके प्रेग्नोकेयर कार्यक्रम के तहत, जहां दो महीने की गरीब गर्भवती महिलाओं को खालसा हेल्प द्वारा गोद लिया जाता है, टीम चिकित्सा स्वास्थ्य, परीक्षण और दवा का स्वामित्व लेती है। जरूरत पड़ने पर फूड सप्लीमेंट के लिए भी मदद दी जाती है।
श्री गौरव कुमार, जो चिकित्सा सेवा प्रमुख की सेवा का विस्तार कर रहे हैं, ने साझा किया कि श्रीमती मीनाक्षी 23 वर्ष की हैं, जटिलताओं के बावजूद महिला ने एक स्वस्थ बच्ची को जन्म दिया और विशेष रूप से गौरव कुमार एवम् रूपेंद्र सिंह (स्वीटी पा जी ) टीम मेडिकल खालसा हेल्प इंटरनेशनल की व्यक्तिगत और सक्रिय मदद ने मां और बच्चे की सुरक्षा को सक्षम बनाया।
खालसा हेल्प ओपीडी में एक वरिष्ठ स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ वंदन गोयल ने प्रेग्नोकेयर कार्यक्रम के तहत गोद लेने की अवधि के दौरान इस रोगी की देखभाल की। नर्सिंग स्टाफ से सुश्री दीपा ने समयबद्ध समन्वय करते हुए बहुत ही पेशेवर काम किया।
भारत के ऑक्सीजन मैन, खालसा हेल्प के अध्यक्ष गुरप्रीत सिंह रम्मी ने साझा किया कि वर्तमान में खालसा हेल्प के साथ करीब 32 महिलाओं को गोद लिया जा चुका है।
हरजोत सिंह, वरिष्ठ वक्ता खालसा हेल्प ने भारत में चार दिनों में एक महिला को जन्म देते समय अपनी जान गंवा दी और कई नवजात मर गए या मां की कमी के कारण विकृत हो गए। खालसा हेल्प का प्रेग्नोकेयर प्रोग्राम लोगों को ऐसी गरीब महिलाओं को गोद लेने में योगदान करने का अवसर भी देता है और उन्हें रोगी के संपर्क विवरण दिए जाते हैं। यह एक ऐसा कार्यक्रम है जहां यदि आप दान करते हैं तो आप जानते हैं कि इसका उपयोग कहां किया जा रहा है और एक बार बच्चे के जन्म के बाद आपको संतुष्टि मिलती है कि आपका योगदान ही स्वस्थ बच्चे के जन्म और मां की सुरक्षा में सक्षम है।
Khalsa Help Spokes person
Harry Chadha
7678654093