लखनऊ कमिश्नरेट थाना जानकीपुरम पुलिस ने बन्द घरो के ताला तोड़ कर चोरी करने वाले 03 शातिर चोर/अभियुक्तो को किया गया गिरफ्तार । कब्जे से चोरी का 01 अदद जोड़ी पायल, 01 अदद जोड़ी बिछिया, 1700/-रूपये नगद व एक अदद मोटरसाइकिल बरामद।क्राइम/सर्विलांस टीम डीसीपी (उत्तरी) व थाना जानकीपुरम संयुक्त पुलिस टीम की कार्यवाही 19.07.2025 को वादी श्री राम कृपाल गुप्ता पुत्र मिश्रीलाल निवासी ग्राम बिसम्हरा पो० बरांव थाना बैलघाट जिला गोरखपुर द्वारा शिकायत किया गया कि अज्ञात व्यक्ति द्वारा मोटरसाइकिल UP32KF5338 को चोरी कर लिया गया है। तत्काल उपरोक्त शिकायत पर थाना स्थानीय पर मु0अ0स0 162/2025 धारा 303(2) BNS बनाम अज्ञात पंजीकृत कर विवेचना उ0नि0 अभिषेक सिंह को सुपुर्द हुई।02.08.2025 को उपरोक्त मुकदमें के अनावरण हेतु मुखविर खास की सूचना के आधार पर सलीम तिराहे अभियुक्तगण सुजीत रावत पुत्र स्व० उदयराज रावत निवासी- सिकन्दरपुर से०-एच जानकीपुरम थाना गुडंबा लखनऊ, लोकेश कुमार उर्फ डब्लू पुत्र श्रीराम सूरत कश्यप नि0-1/696 से0-एच जानकीपुरम थाना गुडंबा लखनऊ, सरोज कुमार रावत पुत्र स्व० प्यारेलाल रावत निवासी - EWS 1/323 से0-...
नकली दवा कारोबारियों पर योगी सरकार की सख्त कार्यवाही, 30 करोड़ 77 की नकली दवाएं जब्त, 68 लोग गिरफ्तार
नकली दवा कारोबारियों पर योगी सरकार की सख्त कार्यवाही, 30 करोड़ 77 की नकली दवाएं जब्त, 68 लोग गिरफ्तार
खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग ने 1166 दवा कारोबारियों के लाइसेंस किए निरस्त
06 दवा निर्माता कंपनियों और 05 ब्लड बैंकों के भी लाइसेंस निरस्त किए गये।
लखनऊ, आगरा और गाजियाबाद में पकड़े गये सबसे ज्यादा नकली दवा के कारोबारी
ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन, नारकोटिक्स दवाओं और नकली कॉस्मेटिक उत्पादों को भी किया गया जब्त
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में नकली दवा कारोबार के खिलाफ सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देशों के अनुसार खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग ने सख्त कार्रवाई की है। विभाग के संबंधित अधिकारियों ने समीक्षा बैठक में बताया कि वर्ष 2024-25 में 30 करोड़ 77 लाख रुपये की नकली दवाएं जब्त की गई हैं।
खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग ने इस अवधि में पूरे प्रदेश में 1039 छापेमारी अभियान चलाए गए, जिनमें 13,848 नमूने संकलित किए गए। नकली दवा के कारोबार में संलिप्त पाये गये 1166 दवा कारोबारियों के लाइसेंस निरस्त किए गये, साथ ही 68 लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है। सबसे ज्यादा कार्रवाई आगरा, लखनऊ और गाजियाबाद शहरों में हुई, जहां नकली दवाओं के साथ-साथ ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन, नारकोटिक्स औषधियां और नकली कॉस्मेटिक उत्पाद भी जब्त किये गए।
विभाग ने 1166 दवा कारोबारियों के लाइसेंस किए निरस्त
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन में खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग नकली दवा काराबारियों और निर्माण कंपनियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की। इस क्रम में विभाग के संबंधित अधिकारियों ने वर्ष 2024-25 में 463 दवा निर्माण इकाइयों, 647 ब्लड बैंकों और 10,462 विक्रय प्रतिष्ठानों का निरीक्षण किया।
इस दौरान पूरे प्रदेश में 1039 छापेमारी अभियान चलाए गए, जिनमें 13,848 नमूने संकलित किए गए। परीक्षण में 96 नमूने नकली और 497 अधोमानक पाए गए। जिसके चलते नकली दवा के कारोबार में संलिप्त पाये गये 1166 दवा कारोबारियों के लाइसेंस निरस्त किए गये, साथ ही 68 लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है। 06 दवा निर्माण इकाइयों और 05 ब्लड बैंकों के लाइसेंस भी निरस्त किए गए हैं साथ ही लगभग 30 करोड़ 77 लाख रूपये की नकली दवाएं जब्त की गईं। जो पिछले वर्ष की तुलना में दोगुना है।
खाद्य सुरक्षा और औषधि प्रशासन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इस संबंध में सर्वाधिक कार्यवाही लखनऊ, आगरा और गाजियाबाद जिले में की गई। उन्होंने बताया कि राजधानी लखनऊ में एसटीएफ के सहयोग से ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन और नकली दवाओं के खिलाफ कई बड़ी कार्रवाइयां की गईं। जबकि आगरा में 5 नवंबर 2024 को 1.36 करोड़ रुपये की नकली दवाएं और गाजियाबाद में 6 फरवरी 2025 को 0.9 करोड़ रुपये की नारकोटिक्स औषधियां जब्त की गईं। बरेली में अप्रैल 2025 में 0.5 करोड़ रुपये के नकली कॉस्मेटिक उत्पाद जब्त किए गए।
इसके अलावा, आयुर्वेदिक दवाओं की आड़ में एलोपथिक दवाओं के अपमिश्रण के मामले में भी कड़ी कार्रवाई की गई, जिसमें 14 संदिग्ध नमूनों की जांच जारी है। प्रदेश में नकली दवाओं के खिलाफ यह कार्रवाई देश में ड्रग माफियाओं के विरुद्ध सबसे बड़ी मानी जा रही है। यह कार्रवाई न केवल जनस्वास्थ्य की रक्षा करेगी, बल्कि अवैध दवा व्यापार पर भी प्रभावी अंकुश लगाएगी। सरकार ने भविष्य में भी ऐसी कार्रवाइयों को और तेज करने का संकल्प लिया है।