जगदीश चंद्र बोस जयंती एवं सप्तशक्ति संगम कार्यक्रम धूमधाम से आयोजित
जगदीश चंद्र बोस जयंती एवं सप्तशक्ति संगम कार्यक्रम धूमधाम से आयोजित
लखीमपुर खीरी। पंडित दीनदयाल उपाध्याय सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज (सीबीएसई), लखीमपुर खीरी में महान वैज्ञानिक सर जगदीश चंद्र बोस की जयंती एवं सप्तशक्ति संगम कार्यक्रम बड़े उत्साह और गरिमा के साथ आयोजित किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि प्रदेश की राज्य मंत्री श्रीमती सुजीता कुमारी, मुख्य वक्ता श्रीमती ज्योति पंत (विभागाध्यक्ष, अर्थशास्त्र विभाग, युवराज दत्त महाविद्यालय) और विशिष्ट अतिथि श्रीमती लेखनी सेठ (मैनेजिंग डायरेक्टर, सिटी मॉन्टेसरी इंटर कॉलेज) उपस्थित रहीं। विद्यालय के प्रधानाचार्य अरविन्द सिंह चौहान भी कार्यक्रम में शामिल रहे।
कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती एवं वैज्ञानिक जगदीश चंद्र बोस के चित्र पर माल्यार्पण और दीप प्रज्ज्वलन से हुई। आचार्या मंदाकिनी मिश्रा ने अतिथियों का परिचय एवं सम्मान किया। वंदना मंच द्वारा प्रस्तुत स्वागत गीत ने कार्यक्रम का वातावरण भक्तिमय कर दिया। कार्यक्रम की प्रस्तावना आचार्या निधि मिश्रा ने रखी।
मुख्य वक्ता श्रीमती ज्योति पंत ने “सप्तशक्ति संगम” विषय पर प्रभावी व्याख्यान देते हुए मातृशक्ति, संस्कृतिशक्ति और राष्ट्रशक्ति के महत्व पर विस्तार से प्रकाश डाला। इस अवसर पर आचार्या बीना कश्यप द्वारा मातृशक्ति हेतु प्रश्नोत्तरी का आयोजन किया गया, जिसमें उपस्थित मातृशक्ति ने उत्साहपूर्वक भागीदारी की।
विशिष्ट अतिथि लेखनी सेठ ने कुटुंब प्रबोधन और पर्यावरण संरक्षण के महत्व पर अपने विचार व्यक्त किए। रूप-सजा प्रतियोगिता में छात्राओं ने प्रेरणादायी महिला विभूतियों का रूप धारण कर मनमोहक प्रस्तुतियां दीं। जिसमें स्तुति ने किरण बेदी, मिष्ठी ने रानी चेन्नम्मा, कृतिका ने जीजाबाई, सुगंधा ने झलकारी बाई तथा गरिमा मिश्रा ने अन्ना राजम मल्होत्रा के रूप में विशेष आकर्षण बटोरा।
जयंती कार्यक्रम में हिमांशु जायसवाल ने हिंदी में और आयुष्मान वर्धन सिंह ने अंग्रेजी में अपने विचार रखे। वरिष्ठ आचार्य पंकज मिश्रा ने सर जगदीश चंद्र बोस के जीवन, विचारों एवं वैज्ञानिक योगदानों पर विस्तृत चर्चा की।
प्रधानाचार्य अरविन्द सिंह चौहान ने कहा कि बोस का वैज्ञानिक दृष्टिकोण नई पीढ़ी के लिए प्रेरणास्रोत है। मुख्य अतिथि श्रीमती सुजीता कुमारी ने अपने संबोधन में सप्तशक्ति संगम जैसे आयोजनों को समाज सशक्तिकरण का महत्वपूर्ण माध्यम बताया।
अंत में आचार्या प्राची तिवारी ने संकल्प ग्रहण कराया तथा वरिष्ठ आचार्या बीना कश्यप ने सभी अतिथियों और उपस्थित जनों के प्रति आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम उत्साहपूर्ण और सफल रहा।

