बाढ़ की मार, प्रशासन की दौड़: डीएम-एसपी का स्थलीय निरीक्षण, सतर्क रहने की सलाह उत्तर प्रदेश बाढ़ की मार, प्रशासन की दौड़: डीएम-एसपी का स्थलीय निरीक्षण, सतर्क रहने की सलाह बांदा। जनपद के बबेरू तहसील क्षेत्र के मर्का गांव में बाढ़ की विभीषिका ने जनजीवन को तहस-नहस कर दिया है। यमुना की उफनती लहरें अब रिहायशी इलाकों की देहरी लांघ चुकी हैं। गांव के चारों ओर पानी का सैलाब है और इस बीच जिला प्रशासन की चिंता और हलचल दोनों तेज हो गई है।शनिवार को जिलाधिकारी जे. रीभा और पुलिस अधीक्षक पालाश बंसल ने बाढ़ग्रस्त गांव मर्का का स्थलीय निरीक्षण किया। गांव के भीतर तक पहुंचे प्रशासनिक अमले ने हालात की गंभीरता को महसूस किया और मौके पर ही ग्राम प्रधान और अधिकारियों को सख्त निर्देश जारी किए निरीक्षण के दौरान डीएम जे. रीभा ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि जिन इलाकों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर चुका है, वहां नाव सहित आवश्यक बचाव संसाधनों की तत्काल व्यवस्था की जाए। साथ ही जिन परिवारों के घर बाढ़ की चपेट में हैं, उन्हें खाद्यान्न सामग्री, पेयजल और आवश्यक राहत किट मुहैया कराई जाए। डीएम ने ग्रामीणों को च...
*खालसा हेल्प इंटरनेशनल की मदद से गरीब महिला ने दिया बच्चे को जन्म* *गाजियाबाद से कपिल शर्मा* अपने ऑक्सीजन लंगर के माध्यम से COVID के दौरान हजारों लोगों की जान बचाने के लिए जाने जाने वाले खालसा हेल्प इंटरनेशनल की मेडिकल टीम के लिए खुशी का दिन। उनके प्रेग्नोकेयर कार्यक्रम के तहत, जहां दो महीने की गरीब गर्भवती महिलाओं को खालसा हेल्प द्वारा गोद लिया जाता है, टीम चिकित्सा स्वास्थ्य, परीक्षण और दवा का स्वामित्व लेती है। जरूरत पड़ने पर फूड सप्लीमेंट के लिए भी मदद दी जाती है। श्री गौरव कुमार, जो चिकित्सा सेवा प्रमुख की सेवा का विस्तार कर रहे हैं, ने साझा किया कि श्रीमती मीनाक्षी 23 वर्ष की हैं, जटिलताओं के बावजूद महिला ने एक स्वस्थ बच्ची को जन्म दिया और विशेष रूप से गौरव कुमार एवम् रूपेंद्र सिंह (स्वीटी पा जी ) टीम मेडिकल खालसा हेल्प इंटरनेशनल की व्यक्तिगत और सक्रिय मदद ने मां और बच्चे की सुरक्षा को सक्षम बनाया। खालसा हेल्प ओपीडी में एक वरिष्ठ स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ वंदन गोयल ने प्रेग्नोकेयर कार्यक्रम के तहत गोद लेने की अवधि के दौरान इस रोगी की देखभाल की। नर्सिंग स्टाफ से सुश्री दीपा ने ...