साम्प्रदायिक फ़ासिवाद के ख़िलाफ़ समाजवादी लोकतांत्रिक ताक़तों को एकजुट होना होगा वर्धा राष्ट्रीय अधिवेशन में सोशलिस्ट पार्टी (इंडिया) के २०२१-२०२३ के पदाधिकारी निर्वाचित
प्रेस विज्ञप्ति | २८ सितम्बर २०२१ साम्प्रदायिक फ़ासिवाद के ख़िलाफ़ समाजवादी लोकतांत्रिक ताक़तों को एकजुट होना होगा वर्धा राष्ट्रीय अधिवेशन में सोशलिस्ट पार्टी (इंडिया) के २०२१-२०२३ के पदाधिकारी निर्वाचित सितम्बर २०२१ में महाराष्ट्र के वर्धा में सम्पन्न हुए सोशलिस्ट पार्टी (इंडिया) के राष्ट्रीय अधिवेशन में, साम्प्रदायिक फ़ासिवाद के ख़िलाफ़, समाजवादी लोकतांत्रिक शक्तियों के एकजुट होने का आह्वान हुआ। वर्तमान में, न सिर्फ़ हमारे सामवैधानिक मूल्यों का दरकिनार किया जा रहा है बल्कि लोकतांत्रिक और धर्म-निरपेक्ष मूल्यों का भी पतन हो रहा है। इसीलिए यदि हमारे सामवैधानिक मूल्यों को बचाना है और उन्हें सही मायनों में हक़ीक़त में परिवर्तित करना है तो भारतीय जनता पार्टी जैसी साम्प्रदायिक फ़ासिवादी ताक़तों के बनाम एक देश व्यापी विकल्प मज़बूती के साथ खड़ा करना होगा। इसी दिशा में सोशलिस्ट पार्टी (इंडिया) पूर्ण समर्पण के साथ प्रयासरत है। सोशलिस्ट पार्टी (इंडिया) के राष्ट्रीय अधिवेशन में, विकास के हर मापदंड में मोदी सरकार की असफलता पर गहरी चिंता व्यक्त की। मोदी स...